Home स्वास्थ्य क्या आप जानते हैं अनार से होने वाले ये अनूठे फायदे?

क्या आप जानते हैं अनार से होने वाले ये अनूठे फायदे?

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अनार धरती पर पाए जाने वाले सबसे अधिक स्वास्थ्यवर्धक फलों में से एक है। यह फल बहुत स्वादिष्ट होता है और अपने आप में गुणों का खजाना होता है। इसमें अनेक प्रकार के उपयोगी गुण पाए जाते हैं। वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चलता है कि अनार हमारे शरीर को कई प्रकार से लाभ पहुंचाता है। अनार विभिन्न प्रकार के गंभीर रोगों के होने के खतरे को भी कम करने में भी बहुत लाभकारी सिद्ध साबित होता है। अनार आज के समय में पाये जाने वाले स्वास्थ्यप्रद फलों में से मुख्य है, जो बहुत अधिक पोषक तत्वों और शक्तिशाली यौगिकों से मिलकर बना है। अनार के सेवन से आप हृदय रोग, कैंसर, गठिया और अन्य इन्फ्लेमेशन जैसी स्थितियों सहित विभिन्न गंभीर बीमारियों के खतरों को कम करने में स्वयं की ही मदद कर सकते हैं। इतना ही नहीं अनार आपकी याददाश्त को भी और अच्छा करता है तथा आपके व्यायाम करने की क्षमता को भी बढ़ाता है। यदि आप अनार से और कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ को प्राप्त करना चाहते हैं तो इसे सीधा खा सकतें हैं और चाहें तो इसका रस भी निकाल कर पी सकते हैं। यहां हम आपको अनार से स्वास्थ्य को होने वाले कुछ ऐसे फायदे बताएंगे, जो पूरी तरह से वैज्ञानिक प्रमाण पर आधारित हैं –

Table Of Contents
  1. अनार महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर है
  2. अनार में शक्तिशाली औषधीय गुणों वाले यौगिक होते हैं
  3. अनार में प्रभावशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन-रोधी) गुण पाया जाता है
  4. अनार प्रोस्टेट कैंसर से लड़ने में मदद करता है
  5. अनार का जूस आपके दिल की बीमारी के खतरे को कम कर सकता है
  6. अनार का जूस नपुंसकता को दूर करने में मदद करता है
  7. अनार स्तन कैंसर में भी उपयोगी होता है
  8. अनार बढ़े हुए रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) कम करने में मदद करता है
  9. अनार का सेवन गठिया और जोड़ों के दर्द से लड़ने में मदद करता है
  10. अनार बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है
  11. अनार याददाश्त बढ़ाने में मदद करता है
  12. अनार का सेवन आपके व्यायाम प्रदर्शन में सुधार ला सकता है

अनार महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर है

अनार के अंदर खाने लायक सैकड़ों बीज होते हैं। सभी बीज लाल और मीठे जूस के साथ भरे होते हैं। एक कप (174 ग्राम) अनार में कितने प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, वह नीचे लिखे हुए हैं:

• फाइबर – 7 ग्राम
• प्रोटीन – 3 ग्राम
• विटामिन सी – दैनिक ज़रुरत का 30%
• विटामिन के – दैनिक ज़रुरत का 36%
• फोलाइट – दैनिक ज़रुरत का 16%
• पोटेशियम – दैनिक ज़रुरत का 12%

अनार का फल खाने में बहुत मीठा होता है, एक कप अनार के दानों में 24 ग्राम चीनी और 144 कैलोरी पाई जाती है। अनार को ना सिर्फ उसके स्वास्थ्यवर्धक गुणों की वजह से जाना जाता है, बल्कि इसके अंदर कुछ औषधीय गुण भी पाए जाते हैं। विटामिन ‘सी’ होने की वजह से यह हमारे शरीर की कोशिकाओं की टूट-फूट और अन्य घाव भरने में मदद करता है। विटामिन ‘के’ की प्रचुर मात्रा रक्त के संचरण और कार्य में सुचारुपन लाती है। अनार फाइबर, विटामिन, खनिज और बायोएक्टिव प्लांट यौगिकों में समृद्ध हैं, जिससे शरीर की कोशिकाओं के अन्दर होने वाली रासायनिक गतिविधियों के ठीक प्रकार से होने में मदद मिलती है।

अनार में शक्तिशाली औषधीय गुणों वाले यौगिक होते हैं

अनार के अंदर मिलने वाले दो शक्तिशाली औषधीय गुणों वाले योगिक के कारण ही यह फल अद्वितीय स्वास्थ्य लाभों के लिए सर्वोत्तम फलों में से एक माना जाता है। अनार के अंदर पाए जाने वाले इन दोनों यौगिकों का नाम हैं – पीनियुगिन्स और प्यूनिक एसिड।

पीनियुगिन्स – अनार के जूस और छिलके में पाया जाने वाला एक अत्यंत शक्तिशाली एंटी- ऑक्सीडेंट हैं। यह इतना अधिक फायदेमंद होता है कि अनार के रस को रेड वाइन और ग्रीन टी में मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट की तुलना में 3 गुना अधिक बेहतर माना जाता है। अनार का अर्क और पाउडर आम तौर पर अनार के छिलके से बनाया जाता है, जिसके पीछे मुख्य कारण इसके छिलके में मिलने वाला उच्च मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट और पिकलॉजिकिन है।

प्यूनिक एसिड– अनार के बीज में पाए जाने वाला यह एसिड, मुख्यता एक प्रकार का फैटी एसिड होता है जिसके अनेक स्वास्थय लाभ हैं। यह अनार के बीजों का तेल निकालकर निकाला जाता है। अनार में पाए जाने वाले इन दो यौगिकों के वजह से ही यह फल बहुत अधिक लाभदायक माना गया है।

pomegranate

अनार में प्रभावशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन-रोधी) गुण पाया जाता है

शरीर की कोशिकाओं में पाई जाने वाली सूजन कई किस्म की गंभीर बीमारियों का सूचक होती है। जिसमें हृदय संबंधित बीमारियां, कैंसर, आर्थराइटिस, डायबिटीज (मधुमेह), ऑटो-इम्यून बीमारियाँ, अल्जाइमर की बीमारी और यहां तक कि मोटापा भी शामिल है। जब शरीर की कोशिकाओं में सूजन होती है इसका अर्थ है कि वे तनाव में हैं और किसी बीमारी के पैदा होने की आशंका हो सकती है। अनार के अंदर कई शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन-रोधी) गुण होते हैं, जिसके लिए अनार में पाए जाने वाला पीनियुगिन्स मुख्य रूप से जिम्मेदार होता है। वैज्ञानिक शोध अध्ययनों से पता चला है कि अनार के अंदर पाए जाने वाले एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण वास्तव में पाचन तंत्र के साथ-साथ स्तन कैंसर और पेट के कैंसर के दौरान कोशिकाओं में होने वाली इन्फ्लेमेशन (सूजन) को काफी हद तक कम करने में कारगर सिद्ध होते हैं। एक अन्य रिसर्च में मधुमेह से पीड़ित लोगों में 12 सप्ताह तक किए गए अध्ययन में पाया गया कि यदि उन्हें प्रतिदिन अनार के 1.1 कप (250 मिलीलीटर) का जूस पिलाया जाए तो यह इंफ्लेमेटरी मार्कर (सूजन को पहचानने वाले तत्व) सीआरपी और इंटरल्यूकिन -6 को क्रमशः 32% और 30% तक कम करने में कामयाब रहता है। यदि आप भी अपने शरीर में किसी भी प्रकार की आंतरिक सूजनको कम करना चाहते हैं अथवा उससे पैदा होने से ही रोकना चाहते हैं तो अनार को अपने भोजन में जोड़ना सबसे उचित कार्य होगा।

अनार प्रोस्टेट कैंसर से लड़ने में मदद करता है

प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होने वाला एक प्रकार का कैंसर है। इसे गदूद का कैंसर भी कहते हैं। प्रयोगशाला में किए जा रहे अध्ययनों से पता चलता है कि अनार का अर्क कैंसर कोशिका के प्रजनन को धीमा कर देता है और साथ ही कैंसर की कोशिकाओं को स्वयं के विनाश के लिए प्रेरित करने का गुण रखता है। प्रोस्टेट-विशिष्ट एंटीजन (PSA) प्रोस्टेट कैंसर के लिए एक प्रकार का रक्त मार्कर है। इसके बढे होने से पता चलता है कि प्रोस्टेट के कैंसर की संभावना हो सकती है। ऐसे पुरुष जिनके प्रोस्टेट-विशिष्ट एंटीजन (PSA) का स्तर बहुत कम समय में अपने आप दोगुना हो जाता है, उन्हें प्रोस्टेट कैंसर के द्वारा मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। दिलचस्प बात यह है कि एक अध्ययन में पाया गया है कि प्रतिदिन अनार के रस के एक गिलास पीने से पीएसए के दोगुना होने का समय 15 महीने से बढ़कर 54 महीने तक हो जाता है। जो अपने आप में बहुत बड़ी बात है। प्रारंभिक साक्ष्य इस ओर इशारा करते हैं कि अनार का रस प्रोस्टेट कैंसर वाले पुरुषों के लिए उपयोगी हो सकता है।

अनार का जूस आपके दिल की बीमारी के खतरे को कम कर सकता है

आज के समय में हृदय की बीमारी से ग्रसित होकर समय से पहले मृत्यु को प्राप्त करना बहुत ही आम बात हो गई है। यदि दूसरे शब्दों में कहें तो हृदय रोग वर्तमान में समय से पहले मृत्यु का सबसे आम कारण बन चुकी है। हृदय रोग एक जटिल बीमारी है, जो कई अलग-अलग कारणों की वजह से हो जाती है। अनार आपके कोलेस्ट्रॉल प्रोफ़ाइल में सुधार लाता है। अनार में पाया जाने वाला प्यूनिक एसिड हृदय रोग से बचने में मदद करता है। एक अध्ययन के अनुसार चार हफ्ते तक चलने वाले एक शोध में अनार के बीज का तेल दिया गया तथा परिणाम अच्छे आए। अनार के बीज के तेल ने ट्राइग्लिसराइड्स को काफी हद तक कम करने में मदद की, जिसकी वजह से ट्राइग्लिसराइड-एचडीएल के अनुपात में सुधार होते देखा गया। एक अन्य अध्ययन में टाइप 2 मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों में अनार के रस के प्रभावों को देखा गया। इसमें “खराब” एल डी एल कोलेस्ट्रॉल में कमी के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण सुधार भी नोटिस किए गए। अनार के रस को पशु और मानव अध्ययन दोनों में किया जा चुका है और दोनों पर ही यह पाया गया कि यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कणों को ऑक्सीकरण से बचाता है जो हृदय रोग के मुख्य कारणों में से एक होता है।

अनार का जूस नपुंसकता को दूर करने में मदद करता है

ऑक्सीडेटिव क्षति के कारण पूरी शरीर में रक्त का प्रवाह बिगड़ जाता है। यदि लिंग में रक्त प्रवाह थी से ना हो तो नपुंसकता के लक्षण दिखने लगते हैं। अनार के रस को खरगोशों के ऊपर किए गए एक प्रयोग से यह निष्कर्ष निकाला गया के खरगोशों में लिंग में रक्त के प्रवाह और स्तंभन प्रतिक्रिया को बढ़ाने के लिए अनार का रस काफी असरदार होता है। उसके पश्चात स्तंभन दोष वाले 53 पुरुषों में किए गए एक अध्ययन में अनार के कुछ लाभ दिखाई दिए। परंतु अभी भी मानव आधारित विस्तृत अध्ययन की जरूरत है ताकि नपुंसकता में इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जा सके।

अनार स्तन कैंसर में भी उपयोगी होता है

स्तन कैंसर महिलाओं में सबसे आम प्रकार के होने वाले कैंसर में से एक है। अनार का अर्क स्तन कैंसर कोशिकाओं के प्रजनन को धीमा कर सकता है। हालांकि, वर्तमान में प्रयोगशाला में किए जा रहे अध्ययन अभी सीमित है और इसी कारण किसी भी दावे को करने से पहले अभी भी अधिक शोध करने की आवश्यकता है। प्रयोगशाला के अध्ययन बताते हैं कि अनार का अर्क स्तन कैंसर की कोशिकाओं से लड़ने में मदद कर सकता है, लेकिन अभी इस कथन के समर्थन के लिए मानव पर और अधिक शोध करने की आवश्यकता है।

अनार बढ़े हुए रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) कम करने में मदद करता है

हम सभी जानते हैं कि उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) दिल के दौरे और ब्रेन स्ट्रोक (लकवा मार जाना) पड़ने के मुख्य कारणों में से एक होता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, उच्च रक्तचाप वाले लोगों में दो सप्ताह (15 दिनों) के लिए रोजाना 5 औंस (150 मिलीलीटर) अनार के रस का सेवन करने के बाद उनके रक्तचाप में उल्लेखनीय कमी आई थी। अन्य कुछ अध्ययनों में भी इसी प्रकार समान प्रभाव पाए गए, विशेष रूप से सिस्टोलिक रक्तचाप के लिए, जो रक्तचाप नापने के दौरान बड़ी संख्या को कहा जाता है। (उदाहरण के लिए यदि किसी का रक्तचाप 120/70, तो इसमें 120 को सिस्टोलिक रक्तचाप कहा जाएगा।)

अनार का सेवन गठिया और जोड़ों के दर्द से लड़ने में मदद करता है

आज के ज़माने में गठिया एक बड़ी ही आम समस्या मानी जाती है। जिसको देखो जोड़ों के दर्द से परेशान है – विशेषतः बुजुर्ग लोग। सामान्यता गठिया अलग-अलग प्रकार का होता है, परंतु मुख्य रूप से जोड़ों में सूजन को गठिया के रूप में वर्गीकृत किया गया है। अनार के फल में पाए जाने वाले पीनियुगिन्स और प्यूनिक एसिड यौगिकों की वजह से इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी या सूजन-रोधी गुण पाया जाता है, जो गठिया के इलाज के लिए मदद करता है। प्रयोगशाला में किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि अनार के अर्क में पाए जाने वाले गुण उन एंजाइमों को खत्म करते हैं जो गठिया या ओस्टियोआर्थराइटिस के रोगियों में पाए जाते हैं, जिसके कारण उनके जोड़ों में बहुत भयानक पीड़ा होती है। अनार के अर्क का प्रयोग चूहे के अर्थराइटिस में भी किया गया जिसमें यह निष्कर्ष निकाला गया कि इसके सेवन से चूहे के अर्थराइटिस में काफी आराम मिला है। परंतु मनुष्य पर आधारित अनुसंधान के प्रमाण अभी बहुत सीमित है, इसी कारण उन पर अभी और अधिक रिसर्च करने बची है।

अनार बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है

अनार में पौधे में पाए जाने वाले यौगिक हानिकारक सूक्ष्मजीवों (बैक्टीरिया, वायरस, फंगस इत्यादि) से लड़ने में मदद करते हैं। अपने एंटी- बैक्टीरियल और एंटी- फंगल गुण के कारण यह आपके मुंह में पैदा हुए संक्रमण और सूजन में काफी फायदेमंद साबित होता है। मसूड़ों की सूजन, दांतों के इन्फेक्शन जैसी स्थितियों में अनार बहुत फायदेमंद माना जाता है। अनार में जीवाणुरोधी और एंटी- वायरल गुण पाए जाते हैं जो आपको आपके मसूड़ों की सूजन तथा फंगस के संक्रमण से आप की सुरक्षा कर सकते हैं।

अनार याददाश्त बढ़ाने में मदद करता है

कुछ दिनों द्वारा ऐसे प्रमाण भी मिले हैं कि अनार को याददाश्त में सुधार करने के लिए भी जिम्मेदार माना जा सकता है। ऑपरेशन के रोगियों पर किए गए एक अध्ययन से यह निष्कर्ष निकाला गया कि 2 ग्राम अनार के अर्क को देने से सर्जरी के बाद होने वाली याददाश्त की क्षति को रोका जा सकता है। स्मृति संबंधी शिकायत वाले 28 वर्षीय वयस्कों में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि प्रतिदिन अनार के रस के 8 औंस (237 मिली) देने से उनकी ना सिर्फ मौखिक अपितु दृश्य स्मृति में भी सुधार पाया गया। वहीं चूहों के अध्ययन से यह भी पता चलता है कि अनार अल्जाइमर रोग से लड़ने में मदद कर सकता है।

अनार का सेवन आपके व्यायाम प्रदर्शन में सुधार ला सकता है

अनार के अंदर नाइट्रेट्स की समृद्ध मात्रा पाई जाती है जो व्यायाम प्रदर्शन में सुधार लाने के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार मानी गई है। नाइट्रेट रक्त शिराओं को चौड़ा करने में मदद करता है। ट्रेडमिल पर दौड़ने वाले 19 एथलीटों के ऊपर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि व्यायाम से 30 मिनट पहले अनार का अर्क निकाल कर सेवन करने से उनके रक्त के प्रवाह में काफी वृद्धि हुई है, जिसके कारण उनके अंदर थकान की अनुभूति देश से शुरू हुई। इसके परिणाम स्वरूप उनके अंदर व्यायाम करने की क्षमता और अधिक बढ़ती गई। परंतु फिर भी अभी इस क्षेत्र में और अधिक शोध और अध्ययन करने की जरूरत है। कई लोगों का यह भी मानना है कि अनार के अंदर चुकंदर के समान ही सेहत के लिए फायदेमंद गुण पाए जाते हैं।

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