Home रोचक तथ्य रखिये बॉलीवुड की अंदरूनी खबर. जानिये ये 36 धांसू राज

रखिये बॉलीवुड की अंदरूनी खबर. जानिये ये 36 धांसू राज

0

अशोक कुमार से अलग होने के बाद देविका रानी ने अपनी अगली फिल्म ‘ज्वार भाटा’ के लिए एक जवान पठान, जिसका नाम युसूफ खान था, को साइन किया. उन्हें अपना नाम बदल कर रखने को कहा गया और तीन सुझाव दिए गए – जहाँगीर, वासुदेव और दिलीप कुमार. उन्होंने दिलीप कुमार चुन लिया. बाकी सब इतिहास है.

फिल्म एक्ट्रेस बनने से पहले स्मिता पाटिल दूरदर्शन (पुणे) में बतौर एंकर काम करती थीं. न्यूज़ शो शुरू होने से कुछ ही मिनट पहले स्मिता जींस पर फटाफट साड़ी बांध लेती थीं. उनके न्यूज शो को देखकर ही उन्हें फिल्मों में ब्रेक मिला.

फिल्मों में आने से पहले राकेश ओमप्रकाश मेहरा फिल्मों की शूटिंग के सेट पर चाय पहुँचाया करते थे. उन्होंने वैक्यूम क्लीनर के सेल्समेन की तरह भी काम किया था.

सुनील दत्त आने शुरूआती दिनों में रेडियो सीलोन के लिए रेडियो जॉकी का काम करते थे. वो अपनी बेहद पसंदीदा अभिनेत्री ‘नर्गिस’ का इंटरव्यू लेना चाहते थे. पर इंटरव्यू की घड़ी आने पर उनके मुंह से एक भी अलफ़ाज़ न निकला. बल्कि इंटरव्यू कैंसिल करना पड़ा. सालों बाद जब सुनील दत्त बॉलीवुड में काम कर रहे थे, उन्हें नर्गिस के साथ फिल्म ‘मदर इंडिया’ में काम करने का मौका मिला और उन दोनों में प्रेम हो गया. फिर उन दोनों ने शादी कर ली.

‘आग’ फिल्म से अपने करियर की शुरुआत करने से पहले राज कपूर ने दिलीप कुमार की पहली फिल्म – ज्वार भाटा में असिस्टेंट डायरेक्टर (सह-निर्देशक) का काम किया था.

शाहरुख़ खान की सुपरहिट फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ के लिए आदित्य चोपड़ा की पहली पसंद ‘सैफ अली खान’ थे. और तो और आदित्य चोपड़ा ने इस फिल्म के मुख्य हीरो की भूमिका के लिए हॉलीवुड के मशहूर हीरो ‘टॉम क्रूज’ का नाम भी सोचा था, जिसे उनके पिता यश चोपड़ा ने मना किया.

फेमस होने के पहले नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी केमिस्ट और सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरियां कर चुके थे. जब वो वॉचमैन की तरह काम कर रहे थे तो उन्हें थिएटर में रूचि उत्पन्न हुई और फिर नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा ज्वाइन किया.

रणबीर कपूर की फिल्म ‘रॉकस्टार’ के क्लाइमेक्स की शूटिंग पहले हुई थी. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि फिल्म के निर्माता नहीं चाहते थे की रणबीर कपूर के बाल बार बार बदले जाएँ.

फिल्म एक्टर जीतेंद्र ने अपना करियर एक बॉडी-डबल के रूप में शुरू किया, वो भी हिरोइन ‘संध्या’ के लिए फिल्म ‘नवरंग’ में.

फिल्म स्टार ‘धर्मेन्द्र’ ने अपना करियर ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ फिल्म से 1960 में शुरू किया. इस फिल्म के लिए उन्हें मात्र 51 रूपए का मेहनताना मिला. साथ में रोज़ के नाश्ते में दो टोस्ट, मक्खन और चाय.

bollywood produces more films than hollywood

मुंबई में नए नए आने के समय अनिल कपूर के पिता परिवार समेत राज कपूर के बंगले के गेराज में रहते थे. फिर धीरे धीरे काम मिलने के साथ उन लोगों ने मुंबई की मिडिल क्लास इलाके में किराये के घर में शिफ्ट किया.

‘मेरा नाम जोकर’ बॉलीवुड की पहली ऐसी फिल्म थी जिसमे एक नहीं 2 इंटरवल थे.

दिलीप कुमार के पिता का फलों का कारोबार था और उनके कई बाग़ थे. 1940 के शुरुआती दौर में दिलीप कुमार ने कैंटीन का बिज़नेस शुरू किया और पुणे में ड्राई फ्रूट्स सप्लाई करने शुरू किये.

फिल्म ‘बॉम्बे वेलवेट’ में विलैन कैजद खाम्बत्ता का रोल अदा करने के लिए के लिए करन जोहर ने मात्र 11 रूपए की फीस ली थी.

शोले फिल्म से गब्बर की भूमिका के लिए अमज़द खान का नाम जावेद अख्तर के कहने पर हटाया जाने वाला था. उन्हें लगा की रोल के लिहाज़ से अमज़द खान की आवाज़ कमज़ोर है. इस दौरान डैनी को गब्बर सिंह का रोले ऑफर किया गया. अंततः यह रोल अमज़द खान के पास ही गया.

श्रीदेवी ने जब रजनीकांत की माँ (सौतेली) का रोल निभाया तब वह केवल 13 वर्ष की कन्या थी. फिल्म तमिल भाषा में थी और इसका नाम था – मून्द्रू मिदिचु.

शेखर कपूर (मासूम और बैंडिट क्वीन जैसी फिल्मों के निर्देशक) की सगाई शबाना आज़मी के साथ हुई थी पर कुछ कारणों वश यह शादी हो ना सकी.

मुग़ले आज़म फिल्म के सभी सीन 3 अलग भाषाओँ (हिंदी, इंग्लिश, तमिल) में फिल्माए गए. जब तमिल भाषा में रिलीज़ फिल्म बुरी तरह फ्लॉप हो गयी, तो इंग्लिश भाषा वाली फिल्म का प्लान वहीँ ख़तम कर दिया गया.

संजय दत्त की फिल्म ‘खलनायक’ के गाने ‘चोली के पीछे’ का ४२ राजनीतिक पार्टियों ने विरोध किया था.

देविका रानी वो पहली हिंदी फिल्मों की अभिनेत्री थी जिनके पास फिल्म बनाने की डिग्री थी.

बोमन ईरानी मुंबई के ताज महल पैलेस होटल में वेटर और रूम-सर्विस अटेंडेंट का काम करते थे. वो बेकरी की दूकान चलने में अपनी माँ की मदद भी करते थे. फिर उन्होंने फोटोग्राफी शुरू की और जल्द ही फिल्म का ऑफर मिल गया.

रितिक रोशन की फिल्म ‘कहो न प्यार है’ को 2002 में गिनेस बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा अवार्ड जीतने के लिए शामिल किया गया. इस फिल्म ने कुल 92 अवार्ड्स जीते.

‘गाना ‘अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों’ आज तक का सबसे लम्बा फिल्माया हुआ हिंदी गाना है. इस गाने की कुल अवधि २० मिनट है और ये फिल्म में 3 कड़ियों में फिल्माया गया है. फिल्म का नाम भी ‘अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों’ ही है.

रजनीकांत ने किसी भी फिल्म में ‘यन्ना रस्कला’ नहीं कहा

बॉलीवुड की हीरोइन ‘कल्कि कोएच्लिन’ के पर दादा के पिता ‘मौरिस कोएल्चिन’ थे. ये फ्रांस के मशहूर एइफिल टावर और स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी (अमेरिका) के मुख्य इंजिनियर थे.

हीरो बनने  के पहले अशोक कुमार ‘बॉम्बे टाल्कीस’ में लैब असिस्टेंट थे.

रणवीर सिंह का पूरा नाम रणवीर सिंह भवनानी है और वे सोनम कपूर के कजिन (दूर के भाई) हैं.

आमिर खान की फिल्म ‘लगान’ में किसी भी हिंदी फिल्म में एक साथ सबसे ज्यादा ब्रिटिश एक्टरों ने काम किया था.

राजेश खन्ना का असली नाम ‘जतिन खन्ना’ था और वो बॉलीवुड में ‘टैलेंट हंट’ प्रतियोगिता (जो फिल्मफेएर ने आयोजित की थी) जीत कर आये थे.

शम्मी कपूर असम के चाय के बगान में घोड़े पर बैठ के निगरानी करने वाले मेनेजर बनना चाहते थे.

1975 की अमिताभ बच्चन की मशहूर फिल्म ‘डॉन’ में जीनत अमान के डुप्लीकेट एक पुरुष थे और प्राण की डुप्लीकेट एक महिला थी.

कहा जाता है कि किशोर कुमार ने टैक्स बचने के लिए एक फिल्म बनायीं थी. उन्होंने सोचा था कि फिल्म फ्लॉप हो जाएगी और टैक्स बच जायेगा, पर फिल्म सुपर हिट हो गयी. इस फिल्म का नाम था ‘चलती का नाम गाड़ी’

‘किस्सा कुर्सी का’ इमरजेंसी के समय इंदिरा गाँधी और संजय गाँधी पर बनी एक सटायर (हास्य-व्यंग) फिल्म थी.

देवानंद ने अभिनेता बनने के पहले सेंसर ऑफिस में क्लर्क की नौकरी भी की थी जहां उन्हें 165 रूपए की मासिक तनख्वाह मिलती थी.

अरशद वारसी कॉस्मेटिक (मेकअप) के सामान घर घर जा कर बेचते थे. उन्हें डांस करने का शौक था और एक दिन अकबर सामी के डांस ग्रुप से बुलावा आ गया. इन्होने महेश भट्ट को फिल्म ‘काश’ और ‘ठिकाना’ में असिस्ट भी किया था.

अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘शहंशाह’ की कहानी सर्वप्रथम उनकी पत्नी ‘जया बच्चन’ ने लिखी थी.

NO COMMENTS

Leave a ReplyCancel reply

Exit mobile version