कद्दू एक किस्म का रस से भरा हुआ फल है, जिसे सब्जी के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसे लोग अक्सर पारंपरिक हेलोवीन सजावट या धन्यवाद प्रकट करने वाले (थैंक्सगिविंग डे) दिवस के रूप में सजावट के रूप में इस्तेमाल करने के लिए सोचते हैं। हालांकि, कद्दू इन लोकप्रिय उत्सवों के अलावा भी कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। कद्दू दिखने में एक मोटा, पौष्टिक नारंगी रंग का एक प्रकार की सब्जी होता है, इसमें अत्यधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अंदर कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है। परंतु विटामिन और खनिजों की मात्रा भरपूर रूप से पाई जाती है, जो इसके बीज, पत्तियों एवं रस आदि में भरपूर रूप से मिलती है। कद्दू को डेज़र्ट, सूप, सलाद, परिरक्षक (प्रिजर्वेटिव) और यहां तक कि मक्खन के विकल्प के रूप में भी शामिल करने के कई तरीके होतें हैं। यहां, आज हम कद्दू से प्राप्त होने वाले विभिन्न प्रकार के लाभों पर चर्चा करेंगे और स्वस्थ आहार प्रणाली में कद्दू को शामिल करने के कुछ तरीकों को भी देखेंगे।
कद्दू से होने वाले मुख्य स्वास्थ्य लाभ
- कद्दू में बीटा कैरोटीन कुछ प्रकार जो कि कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है, पाया जाता है।
- कद्दू मोटापा और समग्र मृत्यु दर के जोखिम को कम करने में सहायक होते हैं।
- कद्दू व्यक्ति को मधुमेह तथा हृदय रोग से बचाने में मदद करते हैं।
- कद्दू बालों को जड़ों से पोषित करके उनके रंग और लंबाई को बढ़ाने में सहायता करते हैं।
- कद्दू में पाए जाने वाले कुछ शानदार फायदों में बीटा कैरोटीन का नाम सबसे प्रसिद्ध स्रोतों में एक है यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो इस सब्जी को इसका चमकदार रंग भी प्रदान करता है। शरीर में बीटा कैरोटीन किसी भी अंतर्ग्रहीत को विटामिन ए में परिवर्तित कर देता है। बीटा कैरोटीन की उच्च मात्रा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से आपको निम्नलिखित प्रकार के लाभ प्राप्त हो सकते हैं :
- कुछ विभिन्न प्रकार के कैंसर के विकास के जोखिम को कम करता है।
- अस्थमा एवं हृदय रोग से सुरक्षा प्रदान करने में मुख्य भूमिका निभाता है।
- उम्र बढ़ने के साथ आंखों से संबंधित धब्बेदार अंध पतन के खतरों को कम करने में मदद करता है।

कद्दू का सेवन रक्तचाप को नियंत्रित करता है
कद्दू का सेवन दिल के लिए अच्छा होता है। कद्दू में फाइबर सहित पोटेशियम और विटामिन सी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो एक स्वस्थ हृदय के लिए बहुत आवश्यक होते हैं। 2017 में, 2,722 प्रतिभागियों के ऊपर किए गए एक अध्ययन के परिणामों में यह सुझाव सामने आया कि उच्च रक्तचाप के उपचार में सोडियम की कमी के रूप में पर्याप्त पोटेशियम का सेवन काफी महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकता है। उच्च रक्तचाप, हृदय रोग (सी.वी.डी) के लिए एक जोखिम कारक है। आमतौर पर, सोडियम के सेवन को कम करने के लिए इस प्रकार के भोजन को अपने आहार प्रणाली में शामिल करना होता है जिनमें नमक या तो बिल्कुल कम हो और अच्छा होगा अगर उन में नमक की मात्रा बिल्कुल ना पाई जाए। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) के ऑफिस ऑफ डाइटरी सप्लीमेंट के अनुसार, अधिक पोटेशियम का सेवन करने से अन्य प्रकार के हृदय रोग (सी.वी.डी) के जोखिमों को भी कम किया जा सकता है। परंतु अभी कद्दू की खपत से जुड़े कुछ सवालों की पुष्टि के लिए और अधिक शोध करने की आवश्यकता है कि यह किस हद तक स्ट्रोक और हृदय रोग (सी.वी.डी) जैसी खतरनाक स्थिति से बचाने में मददगार साबित हो सकता है।
कद्दू का सेवन बढ़ती उम्र में होने वाली आंख की समस्याओं से बचाता है
कद्दू, एंटीऑक्सिडेंट का खजाना होता है। विटामिन सी, विटामिन ई, और बीटा कैरोटीन नेत्र स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होते हैं तथा यह बुजुर्गों में होने वाली आंखों की समस्या को रोकने में भी प्रभावी होते हैं। नेशनल आई इंस्टीट्यूट ने 2019 में आयु-संबंधित नेत्र रोग अध्ययन (AREDS) नामक एक नैदानिक परीक्षण किया हुआ है। परिणामों से पता चला कि विटामिन सी, विटामिन ई, और बीटा कैरोटीन की उच्च खुराक बढ़ती उम्र के साथ इससे संबंधित धब्बेदार अध:पतन के जोखिम को काफी कम करने में प्रभावशाली सिद्ध हो सकती है।

कद्दू का सेवन मधुमेह को रोकने तथा उसे नियंत्रण करने में मदद करता है
अपने दैनिक आहार में कद्दू को शामिल करने से लोगों को मधुमेह और उनके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। 2019 में हुए अध्ययन, जिसमें कि 2 पौधों के अर्क का संयोजन करके जिनमें से एक कद्दू पॉलीसेकेराइड था, चूहों में रक्त शर्करा के स्तर को नीचे लाया गया था। हालांकि इस अध्ययन में मनुष्यों को शामिल नहीं किया गया था, लेकिन शोध के इन पौधों के यौगिकों द्वारा टाइप-2 मधुमेह को कुछ सीमित करने की क्षमता दिखाई दी थी। रक्त शर्करा पर कद्दू के प्रभाव के कारण, वैज्ञानिक इसे एक एंटीडायबिटिक दवा के रूप में शामिल करने में सक्षम हो सकते हैं परंतु अभी इसमें और अधिक अध्ययनों और शोध की आवश्यकता है।
कद्दू का सेवन कैंसर के खतरे को कम करता है
2016 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार खाद्य प्रणाली में बीटा-कैरोटीन की मात्रा का प्रोस्टेट कैंसर के ट्यूमर दमन के बीच सकारात्मक प्रभाव कोदे खा गया है। 2014 के क्रॉस सेक्शनल अध्ययन से आए नतीजे भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि बीटा कैरोटीन ने जापानी आबादी में होने वाले पेट के कैंसर के विकास को धीमा कर दिया।
कद्दू में पाए जाने वाले पोषक तत्व
यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर के फूडडाटा सेंट्रल डेटाबेस के अनुसार, एक कप या 250 ग्राम पका हुआ, उबला हुआ या सूखा कद्दू, जो बिना नमक के होता है, में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं –
- 1.76 ग्राम प्रोटीन
- 2.7 ग्राम फाइबर
- 49 कैलोरी (किलो कैलोरी)
- वसा का 0.17 ग्राम
- कोलेस्ट्रॉल का 0 ग्राम
- 12 ग्राम कार्बोहाइड्रेट

कद्दू से आवश्यक विटामिन और खनिजों की एक श्रृंखला भी प्राप्त की जा सकती है जिसमें निम्नलिखित विटामिन और खनिज पदार्थ शामिल है –
- विटामिन ए
- विटामिन सी
- विटामिन ई
- राइबोफ्लेविन
- पोटैशियम
- तांबा
- मैंगनीज
- थायमिन
- विटामिन बी-6
- फोलेट
- पैंटोथैनिक एसिड
- नियासिन
- लोहा
- मैग्नीशियम
- फास्फोरस
कद्दू फाइबर का एक शानदार स्रोत होता है
वयस्कों के लिए प्रतिदिन फाइबर की मात्रा लगभग 25 ग्राम से 38 ग्राम के बीच होनी चाहिए। फाइबर रक्त में शर्करा के अवशोषण की दर को धीमा कर देता है, नियमित मल त्याग को बढ़ावा देता है, और पाचन को सुचारू करता है। उचित मात्रा में फाइबर का सेवन करने से कोरोनावायरस के खतरे को भी कम करने में मदद मिलती है। लगभग एक कप पके हुए ताजे कद्दू में फाइबर की मात्रा 3 ग्राम होते हैं और डिब्बाबंद कद्दू के अंदर लगभग 7 ग्राम फाइबर पाया जाता है। यदि व्यक्ति अपने दैनिक आहार में कद्दू को नियमित रूप से शामिल कर ले तो वह अपने फाइबर की उचित मात्रा को आसानी से प्राप्त कर सकता है।