जानिए मॉरीशस से जुड़े 52 रोमांच से भरे अनोखे तथ्य

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मॉरिशस

हिंद महासागर से हजारों मील दूर अफ्रीका के दक्षिण-पूर्वी तट के करीब एक बहुत ही अनोखा एवं सुंदर द्वीप स्थित है, जिसका नाम है मॉरीशस। यह द्वीप अपनी सुंदरता के लिए पूरे संसार में प्रसिद्ध हैं। यहां पर पाए जाने वाले पहाड़, जंगल तथा यहां के सुंदर राष्ट्रीय पार्क एवं बगीचे अपनी सुंदरता के लिए पूरे विश्व भर में जाने जाते हैं। यहां देखने के लिए और भी बहुत कुछ नज़रे उपलब्ध हैं। अगर आप यहां पर अपनी छुट्टियां बिताना चाहते हैं तो आइए जानते हैं मॉरीशस के बारे में 50 ऐसे चौंकने वाले तथ्य है, जिसे आपने अब से पहले शायद ही सुना हो। इन तथ्यों के माध्यम से हम मॉरीशस के इतिहास, यहां की संस्कृति, लोगों की परंपरा, आर्थिक स्थिति, पर्यटन तथा और भी कई सारे तथ्यों के विषय में ज्ञान प्राप्त करेंगे।

मॉरीशस का रोचक इतिहास

  1. मॉरीशस के बारे में लोगों को तब तक नहीं पता चला था जब तक कि अरब लोग मुझे युग के दौरान यहां पर इसकी खोज करते हुए नहीं पहुंचे थे। उन्होंने इस द्वीप का नाम ‘डाइन अरोबी’ भी रखा था। इसके बाद यहां पर पहुंचने वाले अन्य लोगों में पुर्तगाली जिन्होंने इस ग्रुप का नाम बदलकर ‘सिने’ कर दिया। पर आश्चर्य की बात यह है कि वह यहां रुके नहीं।
  2. यूनिवर्सल एडल्ट सफ्रेज को मॉरीशस में मार्च 1959 के अंतर्गत मान्यता दी गई थी। जिसके बाद यह देश अपने आप में एक आजाद देश घोषित हुआ और सन् 1968 के दौरान इस देश ने अपने आप को पूर्ण रूप से स्वतंत्र देश घोषित कर दिया। इतना ही नहीं सन् 1992 में यह देश कॉमनवेल्थ देशों के समूह में भी शामिल हो गया।
  3. यह अपने आप में एक ऐसे स्थान पर स्थित था, जो यूरोप और पूर्व के देशों के बीच एक महत्वपूर्ण व्यापार का मार्ग था। स्वेज नहर के खुलने से पहले नेपोलियन वर्षों में इसके लिए फ्रांस और ब्रिटेन के बीच कई प्रकार के युद्ध भी लड़े गए। हालांकि इनमें से अधिकतर युद्धों को फ्रांस ने जीता और ग्रैंड पोर्ट के लिए लड़ी जाने वाली लड़ाई पर भी फ्रांस ने जीत हासिल की। जिसकी वजह से ब्रिटिश लोगों को हथियार डालने पड़े थे।
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  1. डच रिपब्लिक ने 1638 साल के दौरान यहां अपनी एक कॉलोनी स्थापित की और इसका नाम उन्होंने अपने राजकुमार ‘मौरिस वेन नासाऊ’ के नाम पर रखा, 1710 तक छोड़े जाने के समय तक जारी रहा।
  2. सन् 1810 ईस्वी में इस पर फ्रांस का कब्जा हो गया था। फ्रांस के नेताओं ने वहां के लोगों पर अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए वहां पर फ्रेंच भाषा और फ्रांस के कानूनों को प्रभावी रूप से चलाने का कार्य चालू कर दिया गया था।
  3. फ्रांस ने इसका नाम बदलकर ‘इसले-डे-फ्रांस’ रख दिया। अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण स्वीप का महत्व काफी बढ़ गया था और इस जगह को ‘स्टार एंड की’ के नाम से जाना जाने लगा।
  4. ब्रिटिश शासन काल के दौरान मॉरीशस चीनी का उत्पादन करने का सबसे प्रमुख स्थान बन चुका था और जब ब्रिटेन की संसद के द्वारा 1835 में दास प्रथा को खत्म किया गया तो वहां पर काम करने वाले मजदूरों को इसका मुआवजा भी दिया गया था।
  5. सन् 1872 में वहां पर दो वकीलों को इंग्लैंड की तरफ से भेजा गया ताकि वह वहां पर रॉयल कमीशन की स्थापना कर सकें और उन लोगों ने हित के लिए कई उपायों के सिफारिश भी की जिससे मॉरीशस में रहने वाले मजदूरों का जीवन यापन सरल हो सके यह आने वाले 50 वर्षों में इंडो-मॉरीशस मजदूरों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता रहा।
  6. इसके बाद बागान मालिक भारत से बड़ी संख्या में मजदूरों को यहां पर गन्ने के खेतों में काम करने के लिए लाते रहे और इतना ही नहीं अनुमान है कि लगभग 9000 भारतीय सैनिकों को भी यहां पर लाया गया था।
  7. महात्मा गांधी ने नवंबर 1901 के दौरान इस द्वीप पर आकर कई प्रकार के प्रावधानों को लागू करने में सहायता प्रदान की थी। साथ ही यहां पर काम करने वाले मजदूर समाज को उनकी भलाई के मुद्दों के बारे में जागरूक करवा कर उन्हें अधिक सक्रिय होने के लिए प्रोत्साहित किया जिससे वह अपना जीवन यापन अधिक आसानी के साथ कर सकें।

मॉरीशस का मौसम और वातावरण

  1. मॉरीशस के चारों ओर घेरे के रूप में पाए जाने वाले लैगून इसको खुले समुंदर से मिलने वाली चुनौतियों से बचाते हैं। दुनिया की यह सबसे बड़ी समुंद्री विरासत केवल मॉरीशस में देखने को मिलती है। जो इसके चारों ओर एक घेराव के रूप में इसका सरंक्षण करती है। यह चट्टानें समुद्र के भीतर पाई जाने वाली शार्क और जेलीफश के हमलों से लोगों की रक्षा भी करतीं हैं। मॉरीशस में लगभग 93 मील दूरी तक फैले सफेद रेतीले समुद्री तट भी पाए जाते हैं, जो अपने आप में बहुत ही खूबसूरत हैं।
  2. मॉरीशस चारों ओर से पहाड़ीयों की टूटी श्रंखलाओं से घिरा हुआ है। साथ ही यह कई प्रकार की ज्वालामुखियों और झरनों तथा नदियों एवं जंगलों मैं पूरी तरह आच्छादित है। जो इसके चारों ओर फैले हुए हैं।
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  1. मॉरीशस का निर्माण विभिन्न द्वीप समूहों के साथ मिलकर हुआ है। जिसमें से प्रमुख रूप से रॉड्रिक्स, अगालेगा और सेंट ब्रैंडन सर्वाधिक लोकप्रिय हैं।
  2. मॉरीशस में चलने वाली हवाएं इस द्वीप को हमेशा ठंडा बनाए रखती है और जिसकी वजह से यहां पर बहुत अधिक वर्षा भी होती है। इतना ही नहीं यह समुंद्री द्वीपों पर होने वाली सबसे अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में भी शामिल है।
  3. मॉरीशस के अंदर पाई जाने वाली प्राकृतिक वन संपदा में अब केवल 2% ही शेष बची है। मॉरीशस में पाए जाने वाली वन संपदा की लगभग 700 प्रकार की प्रजातियां अपने विलुप्त होने के कगार पर हैं। मॉरीशस में अत्यधिक रूप से वनों की कटाई और जानवरों का शिकार इसके विनाश होने के पीछे एक प्रमुख वजह के रूप में माना जाता है।
  4. हालांकि मॉरीशस की प्राकृतिक वन संपदा को बचाने के लिए मॉरीशस ने एक वाइल्डलाइफ फंड की स्थापना भी की है। आज के समय में यह द्वीप अपनी पुरानी प्रजातियों के संरक्षण के लिए प्रमुख तौर पर कार्य भी कर रहा है, जो कि पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक है। मॉरीशस के अंदर दुनिया का सबसे दुर्लभ पक्षी पिंक पिजन आज भी पाया जाता है।
  5. हर साल यहां कई प्रकार के भौगोलिक तूफान आते हैं, जो इस द्वीपप को काफी भारी नुकसान भी पहुंचाते हैं। इन भयानक तूफानों के आने की संभावना प्रत्येक वर्ष ज्यादातर जनवरी से मार्च के बीच होती है।
  6. मॉरीशस के अंदर सबसे गर्म महीना जनवरी और फरवरी को माना जाता हैं। वहीं दूसरी ओर यहां पर सबसे ठंडे महीने जुलाई और अगस्त होतें हैं। मॉरीशस के अंदर सबसे सुहावने मौसम का समय मई से लेकर दिसंबर तक माना जाता हैं।

मॉरीशस के निवासी, यहां के आर्थिक हालात और संस्कृति

  1. मॉरीशस के अंदर फ्रेंच और इंग्लिश दोनों ही भाषाएं बोली जाती हैं। लेकिन इस देश की मातृभाषा क्रियोल है जो कि फ्रांस भाषा का ही एक रूप है।
  2. किसी भी अफ्रीकन देश के मुकाबले मॉरीशस के अंदर सबसे अधिक जनसंख्या का घनत्व पाया जाता है और इस जनसंख्या के अंदर निवास करने वाले भारतीय, अफ्रीकन और यूरोपियन लोग रहते हैं। यहां पर चाइनीस लोगों की भी अच्छी खासी संख्या देखने को मिल जाती है।
  3. हालांकि यहां पर निवास करने वाले बहुत से लोग भारतीय लोगों की तरह दिखते हैं और उन्हीं की तरह का पहनावा रखते हैं, लेकिन वह भारतीय भाषा नहीं बोलते हैं। मॉरीशस अफ्रीका का एकमात्र ऐसा देश है जहां हिंदू धर्म प्रमुख धर्म के रूप में माना जाता है।
  1. मॉरीशस के अंदर लजीज खानों का स्वाद कहीं भी चखा जा सकता है। इंग्लिश व्यंजनों के पीछे क्रियोल, फ्रेंच फूड, चाइनीस फूड और भारतीय व्यंजनों का एक संयोजन होता है। इन सभी व्यंजनों में मसालों के प्रयोग को प्राथमिकता दी जाती है।
  2. इस देश में सर्दियों के मौसम में घोड़ों की रेस का खेल बहुत अधिक लोकप्रिय है। इसे देखने के लिए यहां पर दूसरे देशों से हजारों टूरिस्ट हर साल पहुंचते हैं।
  3. इस देश के अंदर फ्रैंको मॉरीशस एक संगठित संस्था है। जिसे खिलाड़ियों के लिए सांस्कृतिक तौर पर हिरणों का शिकार करने के लिए स्वीकृति प्राप्त है।
  4. फुटबॉल इस देश का सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय खेल है। इतना ही नहीं मॉरीशस की राष्ट्रीय टीम ‘अफ्रीकी कप ऑफ नेशंस टूर’ में प्रतिस्पर्धा करती देखी जा सकती हैं।‌
  5. मॉरीशस की राजधानी का नाम है पोर्ट लुईस। यह इस देश का आर्थिक केंद्र भी है। इसी स्थान पर इस देश की लगभग 40% आबादी भी निवास करती है।
  6. मॉरीशस में राष्ट्रीय और सार्वजनिक छुट्टियां हिंदू, ईसाई, मुस्लिम और चीनी धर्मों पर आधारित धार्मिक त्योहारों के अनुसार तय किए जाते हैं।
  7. शक्कर और चाय का निर्यात मॉरीशस का मुख्य आर्थिक व्यापार माना जाता है। इसके बाद दूसरे स्थान पर पर्यटन क्षेत्र का नंबर आता है। मॉरीशस के अंदर कई प्रकार के सुंदर जीव-जंतु भी पाए जाते हैं। मॉरीशस को इस दशक में तीन बार वर्ल्ड लीडिंग आईलैंड डेस्टिनेशन के अवार्ड से नवाजा जा चुका है।
  8. मॉरीशस के द्वीप पर मछली पकड़ने के उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए भारत और जापान के सहायता लेने की योजना बनाई जा रही है। जिससे मछली पालन उद्योग पुनः जीवित किया जा सके।
  9. मॉरीशस के जाने-माने कवि और नाटककार देव विरहस्वामी ने शेक्सपियर के कई नाटकों का मॉरीशस की राष्ट्रीय भाषा क्रियोल में अनुवादित किया है। इतना ही नहीं इन नाटकों को द्वीप के थिएटर में प्रदर्शित भी किया जाता है।
  10. सेगा‘ मॉरीशस का राष्ट्रीय लोक नृत्य है। इसकी उत्पत्ति अफ्रीकी मूल से हुई है, जो कि 18वीं शताब्दी में यहां पर आया था। जिसके पीछे का कारण यहां पर आने वाले कई बंधुआ मजदूरों थे। जिन्होंने नृत्य कला को यहां पर लाने और लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
  11. आज के समय में सेगा लोक नृत्य को अपने आपके अंदर एक खुशी का भाव प्रकट करने के लिए जाना जाता है। इसे वहां की सांस्कृतिक वीणा जिसमें रवाने, नरवन्ने और त्रिकोण तीनों के साथ मिलाकर बजाया जाता है। इस लोक नृत्य में पैर हमेशा जमीन के ऊपर टिके रहतें हैं।
  12. आज के समय का समकालीन अथवा कंटेंपरेरी संगीत यहां के किए जाने वाले सेगा लोकनृत्य के ऊपर प्रभाव डालते हुए साफ दिखाई देता है। उदाहरण के लिए जब यहां के पारंपरिक संगीत को बैकग्राउंड के अंदर बजाया जाता है तो इससे निकलने वाली धुनों को ‘सेगे’ के नाम से जाना जाता है।

मॉरीशस का विलुप्त पक्षी डोडो जो आज इस देश का राष्ट्रीय पक्षी है

  1. साल 1507 में पुर्तगालियों के आने से पहले इस द्वीप पर स्थलीय जानवरों की अनुपस्थिति के कारण कुछ ऐसे पक्षी रहते थे जो उड़ नहीं सकते थे। कबूतर के 4 मिलियन वर्ष पुराने पूर्वज पक्षी, जिन्हें डोडो के नाम से जाना जाता है, यहां पाए जाते थे। यह ऐसे पक्षी थे जो आसमान में उड़ नहीं सकते थे।
  2. लगभग 50 पाउंड के वजनी डोडो का मकसद कभी किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था और यही कारण था कि एक वक्त के बाद उन्होंने उड़ना ही बंद कर दिया था। जिससे वह धरती पर बिना उड़े चलते फिरते निवास करने लगे।
  3. जैसा कि हम सभी जानते हैं मॉरीशस जलमार्ग से यात्रा करने वाले लोगों के लिए रुकने का उत्तम स्थान था क्योंकि इस स्थान से दुनिया का काफी व्यापार जलमार्ग के द्वारा होकर गुजरता था। व्यापार के लिए यहां पर आकर रुकने वाले लोगों ने डोडो का शिकार करना शुरू किया।
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  1. जब डच लोगों ने यहां पर अपने आप को विस्थापित कर लिया तो उनके जहाजों के साथ यहां पर चूहे, सूअर और बंदर भी आकर विस्थापित होकर आ गए। ऐसे जानवरों ने यहां पर आकर डोडो पक्षी का शिकार करना आरंभ कर दिया। साथ ही जमीन पर बने हुए डोडो के घोंसलों से उनके अंडे निकालकर खा लिये। क्योंकि डोडो अपने उड़ने की कला को पूर्ण रूप से खो चुका था। इसी कारण समय के साथ डोडो नामक पक्षी पूरी तरह से विलुप्त हो गया।
  2. इंसानों के 100 वर्ष के निवास ने हीं इस द्वीप पर आसानी से मिलने वाले डोडो नामक पक्षी की पूरी प्रजाति को खत्म कर दिया था। किसी समय में किस द्वीप पर बहुतायत रुप से मिलने वाला डोडो पक्षी यहां पर एक विलुप्त पक्षी की भांति हो गया। ऐसा माना जाता है कि अंतिम डोडो को सन् 1681 के आसपास दिखाई दिया था, जिसे मार दिया गया। हालांकि आज यह इस देश का राष्ट्रीय पक्षी है परंतु अब आप यह जानते हैं कि यह सुंदर पक्षी इस संसार में नहीं पाया जाता।

मॉरीशस के लोकप्रिय पर्यटन स्थल

  1. सात रंगों की धरती मॉरीशस का वह स्थान है, जो दुनिया भर में बहुत प्रसिद्ध है। इस खुली भूमि के खंड सात अलग-अलग रंगों के रेत के टीलों के रूप में दिखाई देते हैं। यह सातअलग रंग क्रमशः भूरा, लाल, बैंगनी, वायलेट, नीला, हरा एवं पीला हैं।
  2. यहां पर आने वाले आगंतुकों के लिए 7-कैस्केड सात विभिन्न प्रकार के झरने, जो यहां के मंदिरों और गन्ने के खेतों के आस पास दिखाई देते हैं, का लुफ्त उठाना एक अच्छा अनुभव साबित होता है। इसके लिए आप अपने साथ एक गाइड को जरूर लेकर जाएं। यह आपको यहां से जुड़ी अन्य बातें भी बताएगा।
  3. मॉरीशस के अंदर यूनेस्को द्वारा संरक्षित दो कलाकृतियां मौजूद हैं। जिसमें से की एक का नाम है ‘ग्रांड बेसीन लेक’ जोकि यहां के सबसे पुराने जंगलों के अंदर पाई जाती है और यह अपने आप में बहुत ही शांत है। हिंदू धर्म के लोग इस नदी को बहुत पवित्र मानते हैं तथा यहां पर पूजा पाठ करने के लिए आते हैं। हर साल शिवरात्रि के दौरान भगवान शिव की पूजा यहां पर की जाती है।
  4. यूनेस्को द्वारा दूसरा संरक्षित स्थान मोंट-ले-मोर्ने है। यह एक बहुत ही ऊंचाई वाला स्थान है जो इसकी खूबसूरती के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। 18वीं और 19वीं शताब्दी के दौरान यह स्थान कई प्रकार के दासों के अभयारण्य का स्थान भी था। यह बहुत ही घना जंगल है तथा दुनिया की सबसे विलोपित जगहों में से एक समझा जाता है।
  5. मॉरीशस के दक्षिण पूर्वी हिस्से में स्थित ब्लैक रिवर गोरजेस नेशनल पार्क अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां पर पर्यटकों और आम जनता के लिए लंबी पैदल यात्रा करने हेतु ट्रेल्स बनाए गए।
  6. रॉड्रिक्स द्वीप पर ट्रौ डी’अर्जेंट के ब्लू बे बीच का पानी क्रिस्टल की तरह बिल्कुल साफ है तथा या बहुत ही शांत है जिस कारण यह पूरे विश्व में मशहूर है यह नाव चलाने और मछली पकड़ने तथा विंड सर्फिंग के लिए काफी उत्तम स्थान माना जाता है।
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  1. मॉरीशस के अंदर कई प्रकार के पानी के खेल लोकप्रिय हैं। जिनमें मुख्य रुप से स्कूबा, स्नॉर्कलिंग, वाटर स्कींइग और सेलिंग शामिल हैं। इन्हें बालाक्लावा, ब्लू बे, बेले, रॉड्रिक्स, मारे, फ्लिक एन फ्लैक, पेरेबेरे और ट्रौ ऑक्स नामक विशेष में इन खेलों को जाता है जिसे देखने और खेलने के मकसद से हर साल लाखों की संख्या में टूरिस्ट यहां पहुंचते हैं।
  2. मॉरीशस के अंदर एल ऑक्स सर्फ एक छोटा सा द्वीप है, जो अपनी सुंदरता के लिए पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है। इस द्वीप को पानी के खेलों के लिए विश्व में सबसे उत्तम स्थान माना गया है। मॉरीशस के सबसे बड़े लैगून में एक अद्भुत एडवेंचर पार्क भी बनाया गया है। इसी पार्क के अंदर 18-होल गोल्फ कोर्स का निर्माण भी किया गया है तथा इसका यहां स्थित रेस्टोरेंट्स पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध हैं।
  3. पेरेबेरे द्वीप के ऊपर पर्यटक कुछ भी करने के लिए पूरी तरह से आजाद हैं। जैसे कि धूप सेकना, ट्यूबिंग करना, पेडल बोट की सवारी करना, स्नोर्कल आदि। यहां पर पाए जाने वाली सफेद रेत बहुत ही मुलायम होती हैं तथा पानी बिल्कुल साफ और एक अद्भुत नजारा पेश करता हुआ दिखता है। यहां पर विभिन्न प्रकार की दुकान है और लजीज व्यंजनों के रेस्टोरेंट्स बिल्कुल पास में ही स्थित है जिसका मजा यहां आने वाले हर पर्यटक जरूर उठाते हैं।
  4. इन सभी बीचों के अलावा ले मोर्ने तथा माउंट चॉसी भी अपने आप में बहुत प्रसिद्ध है, जो की बहुत खूबसूरत पेड़ों से घिरे हुए हैं।
  5. ग्रैंड बे अपने मनमोहक दृश्य के लिए तथा यहां स्थित रेस्टोरेंट्स, नाइटलाइफ, डिस्को के लिए पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है।
  6. लावेनियल नेचर पार्क में आपको दुनिया के सबसे बड़े कछुओं में शामिल अलडाबरा की प्रजाति देखने को मिल जाएगी। यहां पर नाइल मगरमच्छ भी पाए जाते है। कई प्रकार के बंदर, चमगादड़ और भालू भी यहां के पार्कों में मुख्य रूप देखने को मिल जाते हैं। एक छोटी सी इस पार्क की यात्रा आपको इन सभी अनुभवों से रूबरू करवा सकती है।
  7. मॉरीशस के अंदर स्थित फ्रेडरिका नेचर रिजर्व सेंटर में आप कई प्रकार के लुभावने नजारों का आनंद उठा सकते हैं। यह अपने आप में एक अनूठा अनुभव होगा। यहां पर आपको कई प्रकार के अद्भुत नजारे दिखाई दे सकतें हैं, साथ ही आप उन नजारों का हिस्सा भी बन सकते हैं। जैसे कि आप यहां झरनों के अंदर नहा सकते हैं तथा क्वाड बाइकिंग कर सकते हैं, हाइक कर सकते हैं और गाइड के साथ बग्गी की सवारी का आनंद उठा सकते हैं।
  8. मॉरीशस दुनिया के सबसे पुराने बॉटनिकल गार्डन का स्थान भी है। इस बोटैनिक गार्डन जिसकी रचना फ्रेंच लोगों ने 18वीं शताब्दी के दौरान की थी। यह कई प्रकार की सब्जियों, फलों, फूलों और मसालों का केंद्र है।

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