जानिये मेनोपॉज और ‘हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी’ के बारे में सारे तथ्य

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मेनोपॉज अथवा रजोनिवृत्ति (मासिक धर्म का बंद होना) से तात्पर्य होता है कि जब कोई महिला को नियमित रूप से आने वाली माहवारी रुक जाती है। जब महिला को होने वाली महावारी उसके 40 वर्ष की होने से पूर्व ही रुक जाती है तो इस समस्या को समय से पहले महावारी का रुकना कहा जाता है। मेनोपॉज के लक्षणों के बारे में जो इलाज उपलब्ध है उसके कई पहलू होते हैं, जैसे कि जीवन जीने के तरीकों को बदलना, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी और अन्य दूसरी थेरेपी। यदि आप इस समस्या के विषय में इलाज करवाने की सोच रहे हैं तो आपके डॉक्टर को आपको इस विषय से जुड़े सभी प्रकार की सावधानियां, फायदे और इलाज से संबंधित किसी भी प्रकार के खतरों को आपके साथ साझा करना चाहिए।

Table Of Contents
  1. मेनोपॉज के सभी लक्षण जानिये
  2. मेनोपॉज के लक्षणों के इलाज के लिए उपलब्ध विकल्प
  3. हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से जुड़े सभी सवालों के जवाब 

मेनोपॉज के सभी लक्षण जानिये

मेनोपॉज अथवा रजोनिवृत्ति (मासिक धर्म का बंद होना) से हमारा तात्पर्य है यह एक ऐसी अवस्था होती है जब किसी महिला के अंदर नियमित रूप से आने वाली माहवारी रुक जाती है। यह समस्या तब उत्पन्न होती है जब आपकी ओवरी (अंडाशय) अंडे पैदा करना बंद कर देती है या फिर आपके शरीर के अंदर से आपकी ओवरी को निकाल दिया जाता है। इसकी वजह से आपके शरीर में बनने वाला एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बहुत ही कम हो जाता है। ज्यादातर महिलाओं के अंदर महावारी 45 से 55 वर्ष की आयु में रुक जाती है। आजकल तनाव, गलत खान-पान और अव्यवस्थित लाइफस्टाइल, और बीमारियों के माहौल में कई बार माहवारी 40 की उम्र में या उसके पहले भी बंद होते देखी जाती है।

कुछ महिलाओं के अंदर मेनोपॉज की समस्या बहुत ही आरंभिक वर्षों में शुरू हो सकती है। यदि यह समस्या 40 वर्ष की आयु से पहले उत्पन्न होती है तो इसे स्वास्थ्य प्रणाली के अंदर प्रीमेच्योर मेनोपॉज (Premature Menopause) या फिर प्रीमेच्योर ओवेरियन इंसफिशिएंसी (Premature Ovarian Insufficiency) कहकर पुकारा जाता है। जब आपकी शरीर के अंदर आपके एस्ट्रोजन हॉर्मोन का स्तर गिरने लगता हैं तो ऐसा माना जाता है कि आप मेनोपॉज की ओर बढ़ चुके हैं। इस अवस्था को “पेरिमेनोपॉज” कहा जाता है। यह समस्या कुछ महीनों से लेकर कई वर्षों तक भी चल सकती है। लगभग आधी से भी अधिक महिलाओं के अंदर इस समस्या के दौरान शारीरिक और मानसिक लक्षण देखे जाते हैं। इस प्रकार की समस्या के अंदर उत्पन्न होने वाले लक्षणों में से कुछ लक्षण निम्नलिखित हैं:-

• अधिक गर्मी लगना
• रात के समय पसीना आना
• योनि में सूखापन होना
• थका हुआ महसूस करना
• मूड उखड़ा रहना
• चिड़चिड़ापन होना
• जोड़ों का दर्द और मांसपेशियों का दर्द
• सेक्स की भावना कम होना

हर महिला मेनोपॉज की समस्या का सामना करती है परंतु यह अलग-अलग महिलाओं में अलग-अलग प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। किसी किसी महिला के अंदर केवल एक या दो लक्षण ही दिखाई देते हैं, जिसकी वजह से उन्हें अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। जबकि कुछ महिलाओं के अंदर कई प्रकार के गंभीर और मानसिक रूप से परेशान करने वाले लक्षण उत्पन्न हो जाते हैं। कुछ महिलाएं मेनोपॉज के विषय में गंभीर नहीं होती और वह इस अवस्था के साथ ही (इलाज ना लेकर) अपना समय व्यतीत करती रहती हैं। जबकि कुछ महिलाएं इस बीमारी के प्रति गंभीर होकर इसके लिए उपलब्ध इलाज के विकल्पों का सही तरीके से इस्तेमाल करती हैं और अपने लक्षणों को ठीक प्रकार से नियंत्रित करती हैं। इसके लिए वे या तो हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का सहारा लेती है या फिर उपलब्ध इलाज के अन्य माध्यमों को अपनाती हैं। कई लोग जानना चाहते हैं कि मेनोपॉज के इलाज की शुरुआत करने से पहले क्या मुझे हार्मोन टेस्ट करवाना आवश्यक है? इसका उत्तर ये है कि यदि आपकी आयु 45 वर्ष से अधिक है और आपके अंदर मेनोपॉज से संबंधित लक्षण उत्पन्न हो रहे हैं तो आपको किसी भी प्रकार के हॉरमोन टेस्ट की आवश्यकता नहीं है। इस समस्या के इलाज के लिए आप के लक्षणों को देखते हुए इलाज उपलब्ध करवाया जाता है।

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मेनोपॉज के लक्षणों के इलाज के लिए उपलब्ध विकल्प

मेनोपॉज के लक्षणों के इलाज के लिए कई विकल्प मौजूद हैं जैसे कि जीवन जीने के तरीकों में बदलाव करना, दवाइयां लेना, हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी, व्यायाम, अच्छा आहार, तनाव मुक्त जीवन, और काउन्सलिंग माध्यम से इस समस्या से छुटकारा प्राप्त किया जा सकता है।

मेडिकल इलाज

• हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी – शरीर में जिन हॉर्मोन (एस्ट्रोजन) की कमी हो जाती है उनकी पूर्ती करना।
• नॉन हार्मोनल मेडिकल इलाज- इस प्रकार के इलाज केवल एलॉपथी के सर्टिफाइड डॉक्टर के द्वारा ही दिए जा सकते हैं। इनके अंदर हॉट फ्लैशेस (अत्यधिक गर्मी लगना) के लिए क्लोनिडाइन और गाबापेंटिन शामिल होते हैं।
• साइक्लोजिकल ट्रीटमेंट (मानसिक इलाज)- कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी एक प्रकार का साइकोलॉजिकल इलाज है। यदि आपका इस समस्या के दौरान मन बहुत ही अधिक विचित्र रहता है और आप किसी भी प्रकार का रुखा पन महसूस करते हैं तो आपको यह इलाज दिया जा सकता है।

जीवन जीने के तरीकों में बदलाव करना

मेनोपॉज के लक्षणों के विषय में कई प्रकार की व्यायाम आपके लिए लाभदायक हो सकतें हैं। नियमित रूप से की जाने वाली एरोबिक एक्सरसाइज जैसे कि दौड़ना, तेज़ चाल से चलना, और तैरना काफी लाभप्रद सिद्ध होती हैं। इसी तरह से आराम से की जाने वाली एक्सरसाइज जैसे की योगा भी इस समस्या के निदान के लिए लाभदायक होता हैं। अपनी खानपान की सूची से आपको कैफीन का स्तर घटा देना चाहिए तथा यदि आप शराब का सेवन करती हैं तो भी इसकी मात्रा को कम करके आप हॉट फ्लैशेस (अत्यधिक गर्मी लगना) और रात्रि के समय में आने वाले पसीने जैसे लक्षणों से छुटकारा पा सकतीं हैं।

सामान्य घरेलू उपचार

मेनोपॉज के लक्षणों के लिए हर महिला हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का चुनाव नहीं करती है। इसके पीछे कई प्रकार के कारण हो सकते हैं जैसे कि आपके परिवार में कभी किसी ने हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का चुनाव किया हो और इसके दुष्परिणाम रहे हों। कई बार महिलाएं हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के दौरान होने वाले बुरे प्रभावों और सुरक्षा को लेकर भी चिंतित हो जाती हैं। इसलिए इस समस्या के विषय में कई अन्य प्रकार के इलाज के साधन भी उपलब्ध हैं जिनके बारे में आप डॉक्टर से विचार विमर्श कर सकते हैं।

आयुर्वेदिक दवाइयां

पेड़ पौधों तथा पेड़ पौधों से निकले अर्क से बनी हुई दवाइयां इस समस्या के निवारण के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं। यह आयुर्वेदिक उपचार आपके अंदर से हॉट फ्लैशेस और रात्रि में सोने के समय आने वाले पसीने से छुटकारा दिलवा सकती हैं। हालांकि इस प्रकार की आयुर्वेदिक दवाइयों की कोई प्रमाणिक तथ्यता उपलब्ध नहीं है और इस प्रकार की दवाइयां आपके द्वारा ली जाने वाली दूसरी बीमारी की दवाइयों के साथ क्रिया करके आप को आघात तक पहुंचा सकती हैं। इस प्रकार की दवाइयों का सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर के साथ इस विषय में विचार विमर्श अवश्य करना चाहिए। एलॉपथी स्वास्थ्य प्रणाली के अंदर प्रदान की जाने वाली दवाइयां पूर्ण रूप से परीक्षण के माध्यम से तैयार की जाती हैं।

आयुर्वेद के अनुसार मेनोपॉज के लक्षणों के इलाज के लिए शिलाजीत, मेथी दाना, अशोक की छाल का पाउडर, शतावरी, सोयाबीन का पाउडर, एलोवेरा इत्यादि का इस्तेमाल किया जाता है। यदि आप किसी भी प्रकार का आयुर्वेदिक उत्पाद खरीदने जा रहे हैं तो आप उस उत्पाद से जुड़ी कुछ जानकारी अवश्य प्राप्त करें। आप उत्पाद के लिए जारी की जाने वाला उत्पाद लाइसेंस या फिर पारंपरिक आयुर्वेदिक रजिस्ट्रेशन नंबर अवश्य चेक करें। जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि जो चीज आप खरीद रहे हैं, उसे परीक्षण के माध्यम से सुरक्षित किया गया है और आपको यहां पर यह भी सलाह दी जाती है कि इस प्रकार की दवाइयां आप किसी अच्छी जांची परखी दुकान के माध्यम से ही खरीदें।

दूसरी थेरेपी

अन्य उपलब्ध दूसरी थेरेपी जैसे कि एक्यूप्रेशर, एक्यूपंक्चर और होम्योपैथी भी इस समस्या के इलाज के लिए कई महिलाओं के अंदर लाभदायक सिद्ध होती है। इस बारे में अभी अधिक रिसर्च करने की आवश्यकता है। इन थेरेपी के विषय में कुछ महिलाओं के अंदर सीमित स्तर के लाभ भी देखे गए हैं। यदि कोई भी इस प्रकार के इलाज लेना चाहता है तो उन्हें इसके लिए किसी अच्छे विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए और इसके लिए निर्धारित किए गए विशेषज्ञ के माध्यम से इस प्रकार के इलाज आरंभ करना चाहिए।

कंप्लीमेंट्री थेरेपी

हो सकता है इस समस्या के इलाज के विषय में आपकी इच्छा किसी प्रकार की कंप्लीमेंट्री थेरेपी लेने की हो। इस प्रकार की थेरेपी में अरोमा थेरेपी भी शामिल होती है। परंतु इस प्रकार की थेरेपी लेने पर होने वाले बुरे प्रभावों को जानने के लिए अभी किसी भी प्रकार के अध्ययन नहीं किए गए हैं और इस प्रकार के इलाज का आपके मेनोपॉज के लक्षणों पर कितने असरदार होतें है यह भी पूर्ण रूप से उल्लेखित नहीं है।

बायो- आईडेंटिकल हॉर्मोंस

बायो- आईडेंटिकल हॉर्मोंस का मतलब है प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले पदार्थ जो हॉर्मोन जैसा काम कर सकते हों. व्यवसायिक रूप से उपलब्ध बायो- डेंटिकल हॉर्मोंस से संबंधित इलाज ज़्यादातर देशों में वैध नहीं माने जाते और उनको किसी भी प्रकार का लाइसेंस जारी नहीं किया जाता है क्योंकि इस प्रकार के इलाज के विषय में इस प्रकार के कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है कि इनका इस्तेमाल करना कितना सुरक्षित साबित होता है।

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हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एच. आर. टी.)

मेनोपॉज के लक्षणों के लिए जो सबसे अधिक ट्रीटमेंट डॉक्टर के द्वारा सलाह के रूप में दिया जाता है वह होता है – हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी। यह इस विषय में दिए जाने वाले सबसे प्रचलित इलाज में शामिल है। इस प्रकार दिया जाने वाला इलाज हमारे शरीर में उत्पन्न होने वाले हार्मोन एस्ट्रोजन के स्तर को वापस नार्मल कर देता है (जो कि मेनोपॉज की समस्या होने पर घट जाता है और शारीरिक लक्षणों को जन्म देता है)। आपको कई बार दूसरे हॉर्मोंस जैसे कि प्रोजेस्टोजन और टेस्टोस्टेरोन की भी आवश्यकता पड़ सकती है, जिसको आपके शरीर के द्वारा लंबे समय से नहीं बनाया जा रहा है। यदि आप हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने के इच्छुक हैं तो आपके डॉक्टर इसके द्वारा प्राप्त होने वाले प्रभावों को आपके साथ साझा करेंगे तथा इससे जुड़े हुए किसी भी प्रकार के बुरे प्रभावों को भी आपके साथ इलाज शुरू होने से पहले विचार विमर्श के माध्यम से साझा करेंगे। इस विचार विमर्श के अंदर वह सभी बातें शामिल होनी चाहिए जो आपको आने वाले समय में जल्दी ही (5 साल से पहले) तथा लंबे समय तक (5 साल के बाद तक) प्रभावित करते रहेंगे।

हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से जुड़े सभी सवालों के जवाब 

आपको अपने डॉक्टर से हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के अलावा इलाज के उपलब्ध अन्य विकल्पों के विषय में भी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए तथा उनसे जुड़े सभी अच्छे प्रभाव तथा बुरे प्रभावों को अपने डॉक्टर से खुलकर पूछना चाहिए।

हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के अलग-अलग प्रकार कौन से होते हैं?

हर महिला की अपनी अपनी स्थिति के अनुसार उसे अलग-अलग प्रकार की हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी डॉक्टर के द्वारा दी जा सकती है। यदि आपका गर्भाशय है (मतलब यदि आप का गर्भाशय ऑपरेशन के द्वारा निकाल नहीं दिया गया है) तो आपको एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टोजन हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी करवाने की सलाह दी जा सकती है।

एस्ट्रोजन हॉर्मोन अकेला ही आपकी गर्भाशय की दीवारों पर असामान्य प्रकार की मोटी परत उत्पन्न कर सकता है। जो कि रक्त के बहाव के जारी होने का कारण बन सकती है। परंतु इसके साथ जब प्रोजेस्टोजन को शामिल कर दिया जाता है तो यह ऐसी समस्या नहीं बनने देता है। प्रोजेस्टोजन को देने का तरीका अलग अलग हो सकता है कभी कभार इसे गोलियों के रूप में दिया जाता है कभी इसे त्वचा पर चिपकने वाले पैच के रूप में भी दिया जा सकता है। एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टोजन हार्मोन साथ में दिए जाएँ तो इसे ‘कंबाइंड हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी’ का नाम दिया जाता है.

यदि कंबाइंड हॉरमोन रिप्लेसमेंट थेरेपी की शुरुआत मेनोपॉज से पहले होती है या फिर आपकी माहवारी के 12 महीने के अंदर होती है तो आपको “साइक्लिकल” कंबाइंड हॉरमोन रिप्लेसमेंट थेरेपी दी जाएगी। जिसकी वजह से आपको हर महीने नियमित रूप से रक्त का बहाव होने लगेगा।

यदि आप कंबाइंड हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी की शुरुआत अपनी माहवारी की अंतिम तिथि से 12 महीनों के बाद करते हैं तो आपको कंटीन्यूअस कंबाइंड हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (बहाव से मुक्त एच. आर. टी.) दी जाएगी। इस दौरान आपको पहले 3 महीनों में अपनी योनि से रक्त का बहाव होने का अनुभव हो सकता है, परंतु इसके उपरांत यह सामान्यतः बंद हो जाता है।

यदि आप हिस्टेरेक्टॉमी (गर्भाशय निकलवाने का ऑपरेशन) करवा चुकी हैं तो आपको एस्ट्रोजन ओनली (सिर्फ एस्ट्रोजन) हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी करवाने की सलाह दी जाएगी।

जिन महिलाओं में मेनोपॉज के बाद सेक्स के प्रति रुचि कम हो जाती है तो उन महिलाओं को एक अन्य प्रकार का हार्मोन भी दिया जा सकता है जिसे टेस्टोस्टेरोन कहा जाता है। इस हार्मोन के कारण महिलाओं के शरीर में सेक्स के प्रति रुचि बढ़ जाती है। यह हार्मोन सेक्स रूचि के लिए पुरुष और स्त्री में समान रूप से जिम्मेदार होता है।

हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी मुख से ली जाने वाली गोलियों के रूप में भी उपलब्ध होता है या फिर इसे त्वचा के ऊपर लगने वाले पैच अथवा इंजेक्शन अथवा बॉडी जेल अथवा छिड़काव करने वाले यंत्र या फिर योनि के ऊपर लगने वाला छल्ला अथवा क्रीम के माध्यम में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

क्या हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी सुरक्षित है और क्या यह वास्तव में कार्य करती है?

हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के ऊपर दुनिया के कई अलग-अलग हिस्सों में पूर्ण रूप से अध्ययन किए गए हैं तथा इसके प्रभावों को जानने के लिए भी कई प्रयोगशालाओं के अंदर अध्ययन किए गए हैं। इस प्रकार के अध्ययन यह दर्शाते हैं कि ज्यादातर महिलाओं के अंदर हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी पूर्ण रूप से कार्य करने में सक्षम रही है साथ ही इसे अत्यंत सुरक्षित माध्यम भी माना जाता है।

हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के क्या क्या लाभ है?

• मेनोपॉज की समस्या में उत्पन्न होने वाली परेशानियां जैसे कि हॉट फ्लैशस और मनोदशा का बार-बार खराब होना जैसी समस्याओं के इलाज के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी बहुत ही कारगर सिद्ध होती है।
• यह किसी भी महिला के अंदर उसकी सेक्स के प्रति रुचि बढ़ाने में मददगार होती है और योनि के अंदर यदि सूखापन है तो उसे भी कम करती है।
• यह हड्डियों को मजबूत रखने में सहायता प्रदान करती है।

हॉर्मोंस रिप्लेसमेंट थेरेपी से जुड़े हुए खतरे क्या है?

• वह हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी जो केवल एस्ट्रोजन का इस्तेमाल करके दी जाती है (उन महिलाओं को जिसके अंदर यूट्रस नहीं होता) उनके अंदर यह बहुत ही कम मात्रा में या फिर ना के बराबर स्तन कैंसर होने का खतरा बढ़ा देती है।
• हॉर्मोंस रिप्लेसमेंट थेरेपी को जब एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टोजन के साथ दिया जाता है तो यह स्तन कैंसर होने के खतरे को थोड़ा सा और अधिक बढ़ा देती है। जितने लंबे समय तक आप हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के ऊपर बने रहते हैं उतने लंबे समय तक ही इस प्रकार के खतरे उत्पन्न हो जाते हैं और जैसे ही आप हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी को लेना बंद कर देते हैं तो इस प्रकार के खतरे भी कम होने लगते हैं।
• यदि हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी को गोलियों के रूप में लिया जाता है तो यह आपके शरीर के अंदर खून का थक्का बनने की प्रक्रिया आरंभ कर सकती है। यदि आप हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी को त्वचा के ऊपर लगने वाले पैच के रूप में लेते हैं तो इस प्रकार का खतरा बिल्कुल भी उत्पन्न नहीं होता।
• यदि हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी को गोलियों के रूप में लिया जाता है तो यह आपको मस्तिष्क आघात होने का खतरा भी कुछ हद तक उत्पन्न हो सकता है। हालांकि यहां पर यह भी जान लेना चाहिए कि आघात उत्पन्न होने वाले यह खतरे बहुत ही कम होते हैं और यदि आपकी उमर 60 वर्ष से कम है तो आपको यह खतरा ना के बराबर ही उत्पन्न होने की संभावना होती है।

जब आप अपने डॉक्टर के साथ विचार-विमर्श के लिए जाते हैं, तो आपके डॉक्टर को हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से जुड़े हुए सभी प्रकार के प्रभावों और खतरों को आपके साथ साझा करना चाहिए तथा आपकी स्थिति के अनुसार उन्हें इलाज शुरू करने से पहले इन सभी खतरों का विस्तृत रूप से अध्ययन करना चाहिए।

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यदि मुझे मधुमेह (डायबिटीज) या हाई ब्लड प्रेशर है तो क्या मैं हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी ले सकती हूं?

हॉर्मोंस रिप्लेसमेंट थेरेपी आपके मधुमेह के रोग में किसी प्रकार का प्रभाव नहीं डालती। यदि आप मधुमेह के रोग से पीड़ित हैं या फिर आप उच्च रक्तचाप की समस्या से जूझ रहे हैं तो हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी की शुरुआत करने से पहले आपका डॉक्टर इन विषयों से संबंधित विशेषज्ञ की सलाह ले सकता है।

क्या हॉर्मोंस रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने से डिमेंशिया में बचाव होता है?

इस विषय में अभी किसी प्रकार की मजबूत वैज्ञानिक जानकारी उपलब्ध नहीं है कि एच. आर. टी. लेने से डिमेंशिया की उत्पत्ति में क्या प्रभाव पड़ते हैं।

क्या मुझे हॉर्मोंस रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने के दौरान भी गर्भनिरोधक गोलियों की आवश्यकता पड़ सकती है?

हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी किसी भी प्रकार के गर्भ- निरोधकता को नहीं प्रदान करती इसलिए आपको अपने द्वारा ली जा रही किसी भी प्रकार की गर्भ- निरोधक गोलियों को अपनी आखरी माहवारी से 1 साल तक जारी रखना चाहिए, यदि ऐसी स्थिति 50 वर्ष की आयु के बाद उत्पन्न होती है। परंतु यदि ऐसी स्थिति 50 वर्ष की आयु से पहले ही आ जाए तो आपको लगातार 2 सालों तक गर्भनिरोधक उपायों को अपनाना चाहिए।

हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी शुरू करने के बाद मुझे कब सलाह लेने के लिए जाना चाहिए?

एच. आर. टी शुरू करने के 3 महीने के बाद या फिर एच. आर. टी में किसी भी प्रकार का बदलाव करने के 3 महीने के बाद आपको अपने डॉक्टर के साथ एक विचार विमर्श की प्रक्रिया के लिए जरूर मिलना चाहिए। यदि आप की प्रक्रिया सामान्य रूप से चल रही है तो आपको हर साल एक बार अपने डॉक्टर से इस बारे में विचार विमर्श करना चाहिए।

यदि हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी शुरू करने के बाद योनि से रक्त प्रवाह होने लगे तो क्या करना चाहिए?

हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी शुरू करने के 3 महीने के अंदर या फिर हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी में किसी प्रकार का बदलाव करने के 3 महीने के अंदर आप अपनी योनि के अंदर रक्त का प्रवाह देख सकती हैं, परंतु यदि आप 3 महीनों के बाद किसी भी प्रकार की खून के बहाव को देखें तो आपको तुरंत ही इसकी सूचना अपने डॉक्टर के साथ साझा करना चाहिए।

मैं हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का प्रयोग कितने लंबे समय तक कर सकती हूं?

इस बात के लिए किसी भी प्रकार की समय सीमा तय नहीं की गई है कि आप कितने लंबे समय तक हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के ऊपर बनी रह सकतीं हैं। हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से जुड़े हुए प्रभाव तथा इससे जुड़े हुए खतरे आपकी अपनी मेडिकल स्थिति के ऊपर आधारित होते हैं, जो हर व्यक्ति के लिए अलग अलग होते हैं। आप का डॉक्टर इन सभी खतरे और प्रभावों के बारे में इस प्रक्रिया को शुरू करने से पहले आपके साथ विचार विमर्श के माध्यम से साझा करते हैं।

मैं हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी को कैसे रोक सकती हूं?

आप हॉर्मोंस रिप्लेसमेंट थेरेपी को अचानक भी रोक सकते हैं और यदि आप चाहें तो इसे धीरे-धीरे समय के साथ भी कम कर सकते हैं। हालांकि हमेशा ज्यादा अच्छा होता है कि आप विशेषज्ञ की निगरानी में इसे धीरे धीरे ही कम करें। इससे जुड़े हुए लक्षणों का वापस आना भी इन्हीं सभी बातों पर निर्भर करता है।

क्या मुझे किसी मेनोपोज विशेषज्ञ के पास जाने की आवश्यकता है?

यदि आपका अंदरूनी सिस्टम और मेनोपॉज के लक्षण हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के प्रति संवेदनशील नहीं हैं और यदि इस प्रकार के कोई भी कारण सुनिश्चित किए गए हैं जिसकी वजह से आप हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने के लिए उपयुक्त नहीं समझी गई है, तो आपको किसी मेनोपोज स्पेशलिस्ट के पास जाना चाहिए ।

हॉट फ्लैशेस (अत्यधिक गर्मी लगना) और रात के समय पसीना आने के लिए कौन सा इलाज कारगर है?

यदि रजोनिवृति की वजह से आपको हॉट फ्लैशेस और रात्रि के समय अधिक पसीना आने की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है तो आपको हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का सहारा लेना चाहिए। इसके लिए आपकी स्थिति को सही प्रकार से अध्यन करना आवश्यक है तथा इससे जुड़े हुए सभी प्रकार के लाभ और बुरे प्रभावों को जानना चाहिए। आप इस विषय में उपलब्ध इलाज के अन्य साधनों का भी सहारा ले सकती हैं जिन्हें ऊपर विस्तृत रूप से समझाया गया है। इसके लिए आप अपने डॉक्टर अथवा विशेषज्ञ से पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।

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मनोदशा के खराब होने अथवा अवसाद महसूस होने पर कौन सा इलाज कारगर सिद्ध होता है?

इस प्रकार की समस्या में हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी एक कारगर उपाय के रूप में उपलब्ध है। इस समस्या के लिए सी. बी. टी (कोग्निटिव बिहेवियर थेरेपी) भी एक कारगर उपाय है। मेनोपॉज की समस्या के कारण उत्पन्न होने वाला रूखापन, सामान्य डिप्रेशन अथवा अवसाद की समस्या में उत्पन्न होने वाले रूखापन से बिल्कुल भिन्न होता है। इसलिए इस प्रकार के रूखेपन में एंटी डिप्रेशन की दवाइयां कारगर सिद्ध नहीं होती और यदि आप अवसाद से ग्रसित नहीं है तो इन दवाइयों का प्रयोग किसी प्रकार से आपको लाभ नहीं पहुंचा सकता है। यदि आप किसी भी प्रकार की अवसाद की दवाइयां ले रहे हैं तो इस दौरान हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी या फिर सी. बी. टी. जैसे इलाज लेना पूर्ण रूप से सुरक्षित होता है।

सेक्स के अंदर रुचि कम होने पर कौन सा इलाज सबसे उत्तम होता है?

मेनोपॉज के दौरान उत्पन्न होने वाली सेक्स के प्रति कम रुचि की समस्या के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी जिसके अंदर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टोजेन को मिलाकर दिया जाता है। यदि इस इलाज के द्वारा भी आपकी यह समस्या दूर नहीं होती है तो आपको अपने डॉक्टर से इस बारे में विचार विमर्श करना चाहिए तथा इस विषय में उपलब्ध इलाज के अन्य माध्यम, जिसमें एक प्रकार का हार्मोन जिसे टेसटोस्ट्रोन कहा जाता है, उसे लेने के बारे में सोचना चाहिए। यह हार्मोन स्त्री और पुरुष दोनों के अंदर सेक्स के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है।

योनि के रूखेपन के लिए कौन सा इलाज सबसे उत्तम सिद्ध होता है?

इस प्रकार की समस्याओं के लिए कई महिलाओं को योनी में मॉइश्चराइजर और लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करते हुए देखा जा सकता है और इस प्रकार के उत्पाद उनके लिए काफी लाभकारी भी सिद्ध होते हैं। इसलिए आपको अपने डॉक्टर अथवा विशेषज्ञ से इस प्रकार के उपलब्ध उत्पादों के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करनी चाहिए और यह जानना चाहिए कि आपके लिए कौन सा उत्पाद सबसे उत्तम सिद्ध होगा।

एस्ट्रोजन को एक गोली के रूप में या क्रीम और छल्ले के रूप में आपकी योनि के माध्यम से दिया जाता है और इस प्रकार यह इसके रूखेपन को दूर करने में सहायक सिद्ध होता है। इस प्रकार इस की एक छोटी खुराक एक लंबे समय तक इस प्रकार की समस्या को दूर करने के लिए दी जा सकती है। इसको हॉर्मोंस रिप्लेसमेंट थेरेपी के साथ मिलाकर एक सुरक्षित माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस प्रकार यह ब्लैडर के अंदर उत्पन्न होने वाले संक्रमण से भी छुटकारा दिलवाती है और पेशाब के लक्षणों से मुक्ति दिलवाने में सहायता प्रदान करती है। यदि आप किसी भी प्रकार की असामान्य रक्तस्राव को देखें तो आपको तुरंत ही अपने डॉक्टर के साथ इस बात को साझा करना चाहिए।

समय से पहले उत्पन्न होने वाला मेनोपॉज क्या है और इसके होने के पीछे क्या कारण होते हैं?

यह मेनोपॉज के रूप में उत्पन्न होने वाली एक इस प्रकार की समस्या होती है जिसकी शुरुआत 40 वर्ष की आयु से पहले होती है। सामान्यता इसके लिए किसी भी प्रकार के कारण को जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है और किसी भी सुनिश्चित कारण को इसके होने के पीछे नहीं माना गया है। इसके होने का कारण ओवरी की किसी प्रकार की समस्या भी हो सकता है और कई बार ओवरी की सर्जरी के कारण भी यह उत्पन्न होती है। पेल्विस (पिंडली) की कीमोथेरेपी और रेडियो थेरेपी के कारण भी कभी कभी यह समस्या उत्पन्न होती है। कुछ मामलों में कभी कभार यह भी देखा गया है कि यह आपके परिवार में यदि किसी व्यक्ति को पहले से मौजूद हो तो इसे आपके होने के खतरा और अधिक बढ़ जाता हैं। इससे जुड़े हुए कई अन्य परंतु कम महत्वपूर्ण कारण भी होते हैं जैसे कि क्रोमोसोम की समस्या, ट्यूमर सिंड्रोम और ऑटोइम्यून बीमारी जिसके अंदर शरीर में उत्पन्न होने वाले अंडों के ऊपर शरीर का इम्यून सिस्टम हमला कर देता है।

समय से पूर्व होने वाले मैंनेपॉज की जांच किस प्रकार की जाती है?

यदि 40 वर्ष की आयु से पहले आपकी माहवारी जल्दी जल्दी होने लगती है या फिर इनका होना एकदम से रुक जाता है और यदि आप किसी भी प्रकार के मेनोपॉज से संबंधित लक्षण महसूस करते हैं तो आपको तुरंत ही अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ के साथ इन समस्याओं को साझा करना चाहिए। इसके लिए आपको वह खून की जांच करवाने की सलाह दे सकतें हैं। जिसके माध्यम से आपके हॉर्मोंस के स्तर को जांचा जा सकता है। जिसके माध्यम से आपके अंदर उत्पन्न हुई समस्या को पता लगाए सकता है। इस प्रकार की जांच दो खून के टेस्ट करवाने के द्वारा की जाती है, जिन्हें 4 से 6 हफ्ते के अंतराल में किया जाता है।

उम्र से पहले होने वाले मेनोपॉज की समस्या के लिए इलाज के कौन से साधन उपलब्ध हैं?

उम्र से पहले होने वाले मेनोपॉज़ की समस्या के लिए कई प्रकार के इलाज के माध्यम उपलब्ध हैं। जिसमें सबसे प्रमुख है – हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी। इसके के द्वारा हॉर्मोंस के स्तर का नियंत्रण किया जाता है। इसके लिए मुख से ली जाने वाली गर्भ- निरोधक गोलियों का प्रयोग भी एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। यह दोनों ही प्रकार हॉट फ्लैशेस की समस्या से छुटकारा दिलवाने में कारगर सिद्ध होते हैं और साथ ही यह आपकी हड्डियों को मजबूत बनाए रखते हैं। मुख से ली जाने वाली गर्भनिरोधक गोलियों का गठजोड़ गर्भ- निरोधकता भी प्रदान करता है। यदि आप उच्च रक्तचाप की समस्या से जूझ रही हैं तो आपके लिए हॉर्मोंस रिप्लेसमेंट थेरेपी एक बहुत ही कारगर और सुरक्षित माध्यम है। यह जानना आपके लिए अति आवश्यक है कि आप को इस प्रकार के इलाज के उपायों को तब तक जारी रखना चाहिए जब तक कि आपकी उमर सामान्य प्राकृतिक रूप से होने वाले मेनोपॉज की आयु को पार ना कर ले। हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने के द्वारा आप अपने शरीर के अंदर उत्पन्न होने वाले हार्मोंस का स्तर घटा देते हैं, जिसे आप के शरीर के द्वारा या तो बिल्कुल नहीं या फिर बहुत ही कम मात्रा में उत्पन्न किया जा रहा होता है। यदि आप गर्भवती होने की सोच रही हैं तो आपको किसी फर्टिलिटी विशेषज्ञ के पास जाने की सलाह दी जा सकती है। आपका डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ आपको किसी मेनोपॉज स्पेशलिस्ट विशेषज्ञ के पास जाने की भी सलाह दे सकता है।

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