सिख धर्म के प्रथम गुरु श्री नानकदेव जी का जीवन परिचय
गुरु नानक देव सिक्खों के सर्वप्रथम गुरु थे। गुरुनानक देव जी को ही सिख धर्म का संस्थापक माना जाता है। गुरुनानक देव...
पूजा-उपासना में इन 20 बातों का अवश्य ध्यान रखिये
हिन्दू धर्म में वेदों, पुरानों और उपनिषदों में पूजा-उपासना के तरीकों की व्याख्या की गई है. यह जानना ज़रूरी है कि क्या...
दस महाविद्या (4): देवी भुवनेश्वरी – महिमा एवं मंत्र
दस महाविद्या में भुवनेश्वरी देवी का चौथा स्थान है। इन्हें आदि पराशक्ति या पार्वती भी कहते हैं जो शक्ति के सबसे पुरातन...
श्री ललिता त्रिपुरसुन्दरी देवी द्वारा सृजन & भंडासुर से युद्ध की तैयारी
श्री ललिता त्रिपुरसुन्दरी देवी ने भंडासुर नाम के अति-शक्तिशाली दानवराज को परास्त करने के लिए अपने शरीर के विभिन्न हिस्सों से कई...
शनिदेव के गुरु पर कैसी बीती साढ़े-साती, आइये जानते हैं.
एक दिन सुबह शनिदेव अपने गुरु जी के पास गए और उन्हें प्रणाम किया। गुरुजी ने उनका हालचाल पूछा और आशीर्वाद दिया।...
शनिदेव की साढ़े-साती का श्रीकृष्ण पर क्या प्रभाव पड़ा?
भगवान श्री कृष्ण
ने दैविक वास्तुकार 'त्वाश्त्री' द्वारा स्वर्ण की नगरी द्वारका का
निर्माण करवाया था। द्वारका में भगवान श्रीकृष्ण अपनी सोलह हजार स्त्रियों...
जानिये 12 राशियों के 12 ज्योतिर्लिंग (और उनके मन्त्र भी)
पुराणों के अनुसार शिवजी
जहाँ-जहाँ स्वयं प्रकट हुए उन बारह स्थानों पर स्थित शिवलिंगों को ज्योतिर्लिंगों
के रूप में पूजा जाता है। शतरुद्र संहिता,...
असरदार वास्तु टिप्स – मातृत्व का सुख पाएं
मातृत्व का सुख अकल्पनीय और अतुलनीय है. यदि आपको गर्भ धारण करने में समस्या आ रही है तो आप वास्तु के अनुसार अपने जीवन...
(नाड़ी ज्योतिष) क्या होता है जब राहु किसी और ग्रह के संग बैठता है?...
राहु हिन्दू ज्योतिष के अनुसार असुर स्वरभानु का कटा हुआ सिर है. इसे बिना धड़ वाले सर्प के रूप में दिखाया जाता है, जो...
छठ पूजा के बारे में जानिये ये अद्भुत बातें
छठ पर्व मूल रूप से सूर्य देवता की आराधना का पर्व है, जिसे हिन्दू धर्म में विशेष स्थान प्राप्त है। सूर्य की शक्तियों का...