धरती पर इंसानों से कहीं ज्यादा जनसँख्या चिकन की है. ये लगभग २५ बिलियन की मात्रा में हैं. ध्यान रखिये कि एक बिलियन का अर्थ है १०० करोड़. और किसी भी चिडिया की जनजाति से अधिक चिकन की आबादी है.
ऐसा देखा गया है की एक चिकन लगभग १०० लोगों के चेहरे याद रख सकता है.
किसी भी मुर्गी द्वारा एक दिन में सबसे अधिक अंडे देने का विश्व कीर्तिमान है एक दिन में ७ (सात) अंडे. एक वर्ष में किसी भी मुर्गी द्वारा सबसे अधिक ३७१ अंडे देने का रिकॉर्ड है.
फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ में चिकन को मशहूर करने वाला गाना फिल्माया गया था. बच्चों ने बहुत एन्जॉय किया.
सबसे पहले चिकन को पालतू बनाया गया था चीन में. ये बात लगभग ८००० साल पहले की है.
अंडे का रंग मुर्गी के कान के रंग पर आश्रित होता है. यदि मुर्गी के कान का रंग लाल हो तो भूरे अंडे देती है, सफ़ेद हों तो सफ़ेद अंडे.
जैसे जैसे मुर्गी की आयु बढती है, दिए गए अंडे का आकार बढ़ता जाता है पर संख्या कम होती जाती है.
चिकन की स्वाद ग्रंथियां हमसे अलग होती हैं. चिकन को खाने में नमकीन स्वाद का पता चलता है पर मीठे का नहीं.
फ्लोरिडा (अमेरिका) के एक प्रांत गैन्स्विल्ली में फ्राई किये हुए चिकन को अपने हाथों से ही खाना होता है. खाने की लिए किसी भी और चीज का इस्तेमाल करना मना होता है.
एक दर्जन अंडे देने के लिए मुर्गी को लगभग 2 किलो दाना खाना पड़ता है.
प्रति सेकंड विश्व में लगभग २००० चिकन को इंसानों के खाने के लिए मार दिया जाता है.
इंडोनेशिया में एक ख़ास किस्म का चिकन पाया जाता है जिसकी चोंच, पंख और सभी अंग काले रंग के होते हैं. इसकी कीमत 1.5 लाख रूपए तक हो सकती है.
जितने मैक-डोनाल्ड के रेस्टोरेंट पूरी दुनिया में हैं, उससे ज्यादा फ्राइड चिकन के रेस्टोरेंट दक्षिणी कोरिया में हैं.
‘चिकन गन’ नाम से एक वैज्ञानिक प्रयोग होता है. इसमें वायु यानों की खिडकियों और इंजन की मजबूती जांचने के लिए मरे हुए चिकन को वायुयान पर ब्लास्ट कर दिया जाता है.
लीतिपोरस नाम का एक जंगली मशरूम स्वाद में बिलकुल चिकन की तरह लगता है. इसको फ्राइड चिकन मशरूम के नाम से भी जाना जाता है.
एक अंडे के अंदर सामान्यता एक पीले रंग की ज़र्दी होती है. इसको अंग्रेजी में एग-योक भी कहते हैं. एक अंडे में सबसे ज्यादा ७ ज़र्दी का विश्व कीर्तिमान है.
आज तक के सबसे बड़े अंडे का वजन ३४० ग्राम था और इसके अंदर 2 ज़र्दियाँ थी.
जब एक चिकन का सर काट दिया जाता है उसके बाद भी ये मरने के पहले फुटबॉल के मैदान की लम्बाई के बराबर दौड़ लगा सकता है.
चिकेन के शरीर में इंसानों के शरीर की अपेक्षा १५% अधिक जल पाया जाता है.
अगर अंडे का सफ़ेद हिस्सा धुंधला है तो इसका मतलब अंडा ताज़ा है.
चिकन जागते हुए और सपनो में सारे रंग देख सकते हैं.
जब चिकन को तनाव होता है तो उनके पंख झड़ने लगते हैं.
एक मुर्गी को अंडा देने में लगभग २६ दिन का समय लगता है, और अंडे से चिकन निकलने में लगभग २१ दिन.
आज तक के सबसे अधिक उम्र वाले चिकन का नाम था ‘मटिल्डा’. ये १६ वर्ष तक जीवित रहा जो की सामन्य चिकन से दुगनी आयु है.
चिकन की अपनी अलग ही भाषा होती है जिससे ये आपस में बात करते हैं. इस भाषा में ये ३० अलग अलग तरह की आवाजें निकल सकते है, जिनमें से हर एक का कुछ मतलब होता है.
चिकन खाने पीने में किसी किस्म का परहेज़ नहीं करते. यदि भूख न मिटे तो मुर्गी अपना अंडा भी खा सकती है.
अपने आप को साफ़ रखने के लिए चिकन धूल से स्नान करते हैं. इसके लिए वे ज़मीन में एक गड्ढा खोद के उसमें घुस के पंख फड़फड़ाते हैं. ऐसा करने से धूल-मिट्टी उनके पंखों के तेल का प्रभाव कम कर देती है और वे साफ़ सुथरा महसूस करते हैं.
ऐसा देखा गया है कि अगर चिकन को शास्त्रीय संगीत सुनाया जाये तो वे बड़े और भारी अंडे देते हैं.
चिकन ९ मील प्रति घंटे की रफ़्तार से भाग सकते हैं.
चिकन की चोंच से भी खून निकल सकता है.
माता मुर्गी अपने बच्चों से बात कर सकती हैं जब वे अंडे के अंदर ही हैं. इसी तरह अंडे के अंदर से ही, पैदा न हुए चिकन के बच्चे, आने माँ से आवाज़ निकल कर बात कर सकते हैं.
२००४ में चिकन वो पहला पक्षी बना जिसके पूरे DNA (डी.एन.ए.) का परीक्षण हुआ. ऐसा करने से ये पता लगा की सभी जीवित जंतुओं में चिकन डैनासोर का सबसे करीबी जीवित रिश्तेदार है.
चिकन की आँख में तीन पलकें होती हैं.
माता मुर्गी अपने छोटे चिकन को समझाती है कि क्या खाना चाहिए और क्या छोड़ देना चाहिए.
ज़्यादातर अंडे प्रातःकाल ७ से ११ के बीच में दिए जाते हैं.
सबसे पहले चिकन को ‘लड़ाई के खेल’ में भाग लेने के लिए पालतू बनाया गया था.
यदि आप मुर्गी को अधिक प्रकाश में रखकर ये सोचने पर मजबूर कर सकते हैं की दिन लगभग २८ घंटे का होता है, तो वो बड़े और भारी अंडे देगी.